Wednesday 3 July 2013

तेजेन्द्र खन्ना जी जगह जनाब नजीब जंग

नई दिल्ली। दिल्ली की आवाम लम्बे समय तक दिल्ली के दो बार उपराज्यपाल रहे तेजेन्द्र खन्ना को उनके प्रशासनिक फैसले लेने के बेहद कड़े अंदाज के लिए याद करता रहेगा। तेजेन्द्र खन्ना केन्द्र व प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रहने के बावजूद दिल्ली की मुख्यमंत्री की कई बातों पर प्रशासनिक दृष्टि से निर्णय लिया, जिस कारण मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से उनके सम्बन्धों में खट्टास की बातें मीडिया की सुर्खियों में रही। चर्चा है कि दिल्ली विधानसभा  चुनाव की आहट व लम्बे समय से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित व उनके बीच का छतीस का आंकड़ा इस बदलाव का मुख्य कारण हो सकता है चर्चा यहां तक हो रही है कि ढ़ाई वर्ष पहले श्री खन्ना की जगह किसी अन्य को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाने की कवायद शुरू हो गई थी, जिसका पटाक्षेप सोमवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के हस्ताक्षर के साथ हो गया। तेजेन्द्र खन्ना की जगह जनाब नजीम जंग को दिल्ली का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। जनाब नजीम जंग जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति के पद पर आसीन थे और उनका कार्यकाल सितम्बर 2014 तक था।
नव नियुक्त उपराज्यपाल जनाब नजीब जंग दिल्ली के 20वें उपराज्यपाल बनाये गये हैं। राजधनी दिल्ली के दरियागंज क्षेत्रा में उनका जन्म 18 जनवरी 1951 में हुआ था। 62 वर्षीय जनाब नजीब जंग की प्रारम्भिक शिक्षा सेंट कोलम्बस स्कूल में हुई। सेंट स्टीपफेंस कालेज  से स्नात्तक व इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त किया। लंदन से सोशल पोलिसी  में एमएससी की और वर्तमान में आक्सपफोर्ड विश्वविद्यालय से ऊर्जा अर्थशास्त्रा में शोध् कर रहे हैं।
1973 में जनाब नजीब जंग भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुए थे। मध्य प्रदेश कैडर के आई.ए.एस. अधिकारी  के रूप में उन्होंने अपना कैरियर शुरू किया। मध्य प्रदेश के कई प्रशासनिक पदों पर रहने के बाद केन्द्र में पेट्रोलियम मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद से 1993 में सेवानिवृत्ति ले ली।
जनाब नजीब जंग प्रारम्भ से पठन-पाठन में लगे रहे और कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पत्र- पत्रिकाओं के लिए लिखते रहे। जब वे रेलवे मंत्रालय में थे। उस वक्त दूरदर्शन पर अंग्रेजी समाचार पढ़ते पुराने कई लोगों ने उन्हें अवश्य देखा होगा। अभिनय व लेखन की शौक के बीच वर्ष 2009 सितम्बर में उन्हें जामिया मिलिया इस्लामिया का कुलपति नियुक्त किया गया और 1 जुलाई 2013 को राष्ट्रपति के अधिसूचना के साथ वे दिल्ली के 20वें उपराज्यपाल बन चुके हैं।
तेजेन्द्र खन्ना को 1996 में आई.ए.एस. से सेवानिवृत्त होते 31 दिसम्बर 1996 को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया गया था और वे इस पद पर 19 अप्रैल 1998 तक रहे। जब केन्द्र में पुनः कांग्रेस की सरकार आई तो 9 अप्रैल 2007 को पुनः तेजेन्द्र खन्ना को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया गया । छः वर्षों से लगातार तेजेन्द्र खन्ना दिल्ली के उपराज्यपाल के रूप में अपनी सेवा दे रहे थे, अब उनकी जगह जनाब नजीब जंग को मिला है और दल्ली की आवाम नवनियुक्त  उपराज्यपाल से उम्मीद करती है कि वे दिल्ली की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का करिश्मा वह अवश्य करेंगे।

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